बीएड 2013-14 का रिजल्ट होगा घोषित, वेबसाइट पर अपलोड के दिए आदेश


 

बीएड 2013-14 का रिजल्ट होगा घोषित, वेबसाइट पर अपलोड के दिए आदेश !

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बीएड सत्र 2013-14 के 10 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर है। उनका रिजल्ट घोषित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। मेरठ और सहारनपुर मंडल के उक्त सत्र के सीधे प्रवेशित छात्रों से पांच बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। हाईकोर्ट के निर्देश पर विवि इनका रिजल्ट घोषित करने की प्रक्रिया कर रहा है। तीन कार्य दिवस के अंदर छात्रों को विवि में उक्त जानकारी देनी होगी।


विवि के परीक्षा नियंत्रक की ओर से बीएड कॉलेजों को सर्कुलर जारी किया गया है। बीएड सत्र 2013-14 में पंडित दीन दयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर द्वारा आयोजित बीएड प्रवेश परीक्षा में शामिल, लेकिन काउंसिलिंग के अलावा होने वाले एडमिशन का रिजल्ट घोषित करने के लिए हाईकोर्ट ने दिशा निर्देश दिए हैं। कुसुम लता, नौ अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य और पांच अन्य के केस में हाईकोर्ट ने दिशा निर्देश दिए हैं। विवि ने कोर्ट के आदेश के संबंध में छात्र-छात्राओं से तीन कार्य दिवस में 100 रुपये स्टांप वाले शपथ पत्र पर पांच बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। जिसमें छात्र का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, एंट्रेंस रोल नंबर और एडमिशन की डेट शामिल है। रिजल्ट घोषित करने में एडमिशन की डेट का महत्व होगा। छात्रों से यह जानकारी लेने के बाद कोर्ट के निर्देश पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।

तीन साल चली रिजल्ट की जद्दोजहद
उक्त सत्र का रिजल्ट घोषित करने की मांग करीब तीन साल की जा रही है। कॉलेजों द्वारा डायरेक्ट एडमिशन करने के बाद छात्रों को परीक्षा से लेकर प्रैक्टिकल कराने तक में प्रदर्शन और हंगामा किया। प्रैक्टिकल इस शर्त पर कराए गए थे कि हाईकोर्ट के आदेश पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। कोर्ट का आदेश आने के बाद अब विवि जल्द ही रिजल्ट घोषित करेगा।

वेबसाइट पर अपलोड किया आदेश
बुधवार को विवि ने आदेश वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। अब तीन कार्य दिवस के अंदर छात्रों को पूरी जानकारी विवि में जमा करनी होगी। बता दें कि चुनाव के कारण बृहस्पतिवार से शनिवार तक जिले के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं।

गौरतलब है २०१३- १४ का रिजल्ट अभी तक रुका हुआ था प्रशाशन इस पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रहा था।  तक़रीबन ३५००० बच्चों का भविष्या अधर में लटका हुआ था आपको हम बता दे अब छात्रों को परेशान होने की कोई ज़रूअत नहीं हैं। 

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